सारे संसार का सार निहित है कला में



कहने को तो कला केवल दो अक्षरों का छोटा-सा शब्द है, लेकिन यह अपने में सारे संसार का सार निहित किए हुए है। कलाकार, सपनों की दुनिया को हकीकत में बदलने का हुनर सहजता से रखता है। भोपाल के रहने वाले खूबसूरत कलाकार, जितेन्द्र सिंह सोलंकी में कला रुपी आशीर्वाद भरपूर है। वे चित्रों में खूबसूरती से रंग भरकर उन्हें जीवंत करने का हुनर बखूबी रखते हैं। 

प्रकृति से प्रेरित होकर शुरू हुआ खूबसूरत सफर

अपने इस खूबसूरत सफर के बारे में जितेन्द्र कहते हैं कि मैंने भगवान गणेश की पोर्ट्रेट पेंटिंग वर्क के साथ अपने सफर की शुरुआत की। उस समय कला के लिए मेरी प्रेरणा कोई नहीं थी, लेकिन हाँ, प्रकृति और इसकी रचना ने मुझे हमेशा ही कला के लिए आकर्षित किया है। प्रकृति हमें रचनात्मकता, कलाकृति और रंगों की पहचान करना बखूबी सिखाती है। मुझे प्रकृति से वास्तव में बहुत कुछ सीखने को मिला है। कॉलेज के दौरान मेरे एक दोस्त ने मेरी कला की खूब सराहना की और मुझे इस क्षेत्र में काम शुरू करने के लिए प्रेरित किया। उसने मुझे कमीशन वर्क के लिए कुछ क्लाइंट्स दिए और इसके बाद मैंने कला को ही अपना करियर बनाने का फैसला किया।

बचपन से ही मेरी दिलचस्पी इतिहास में गहरी है, क्योंकि मेरी परवरिश राजपूत संस्कृति में हुई है। हमारे पास इस संस्कृति की कई पेंटिंग और दिलचस्प कहानियाँ हैं। जो दिलचस्प कहानियाँ मैंने सुनीं, उन्हें कैनवास पर उतारने की उत्तेजना मेरे भीतर किशोर अवस्था में ही जागने लगी थी। मुझे विभिन्न आंदोलन, हमारी प्राचीन सभ्यता और विभिन्न साम्राज्य के राजाओं की गाथा बेहद आकर्षित करती हैं, इसलिए मेरी प्रेरणा परोक्ष रूप से हमारी संस्कृति से जुड़ी हुई है।

कम समय में ढेरों उपलब्धियाँ

जितेन्द्र बचपन से ही कई प्रदर्शनियों तथा आर्ट प्रोजेक्ट वर्क्स का हिस्सा रह चुके हैं। साथ ही विभिन्न वर्चुअल ऑनलाइन एग्जीबिशंस में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। यदि हम जितेन्द्र की उपलब्धियों की बात करें, तो इसकी लम्बी-चौड़ी सूची में से कुछ इस प्रकार हैं: वे बेहतरीन रिव्यूज़ के साथ 200 से अधिक कमीशन वर्क पेंटिंग कर चुके हैं। जितेन्द्र का चयन नेशनल लेवल एग्जीबिशन में भी किया जा चुका है, जो मुंबई में आयोजित किया गया था। लगभग 500 कलाकारों और 2000+ आर्ट वर्क के इस प्रोग्राम में मेरीकला को अघोरी थीम पेंटिंग के लिए राष्ट्रीय टीम द्वारा सराहा गया था। इसे न्यूज़पेपर्स और मैगजीन्स द्वारा भी कवर किया गया था। इतना ही नहीं, जितेन्द्र को प्रतिष्ठित चैनल, दूरदर्शन द्वारा तीन साल तक लगातार इंटरव्यू के लिए भी आमंत्रित किया जा चुका है। सिटी एग्जीबिशन में भाग लेने के बाद उम्मीद से अधिक कीमत पर पेंटिंग बिकना जितेन्द्र की विशेष उपलब्धियों में से एक है। 

जितेन्द्र ने अपने कला क्षेत्र में सफलता की सार्थक उड़ान भरी है, हम कामना करते हैं कि जितेन्द्र सफलता रुपी आसमान की ऊंचाइयों को स्पर्श करें, और साथ ही देश का और अपना नाम रोशन करें।

Popular posts
हर जुबां पर बुंदेली ज़ायके का स्वाद चढ़ाने आ रहा बुंदेली शेफ सीजन-2 18 से 45 वर्ष तक की बुंदेली महिलाएं ले सकती हैं हिस्सा प्रतियोगिता में देश के किसी भी कोने से ले सकते हैं भाग बुंदेली शेफ विजेता को मिलेंगे 50 हजार रुपये तक के आकर्षक उपहार
Image
Unlocking the Power of Homeopathy: Naturally Treat PCOS-Induced Hair Loss Without Side Effects
Image
मिलिए एंडटीवी के 'हप्पू की उलटन पलटन' की नई दबंग दुल्हनिया 'राजेश' उर्फ ​​गीतांजलि मिश्रा से!
Image
एण्डटीवी की नई प्रस्तुति ‘अटल‘ अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन की अनकही कहानियों का होगा विवरण्
Image
"मैं अपने किरदार से गहराई से जुड़ा हूं क्योंकि उसी की ही तरह मैं भी कम शब्दों में बहुत कुछ कह देता हूं" ज़ी थिएटर के टेलीप्ले 'तदबीर' में वे एक पूर्व सेना अधिकारी की भूमिका निभा रहे हैं
Image