लोग मुझे एक वास्तविक पुलिस अधिकारी समझते थे": परमवीर सिंह चीमा



 


हाल ही में, अनुभवी अभिनेता पवन मल्होत्रा और सुप्रिया पाठक सोनी लिव के पारिवारिक थ्रिलर 'तब्बार' के लिए एक साथ स्क्रीन पर दिखाई दिए। शो को काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है और परमवीर सिंह चीमा, जो एक पुलिस वाले यानी लखविंदर सिंह उर्फ लकी की भूमिका निभा रहे हैं, को उनके अभिनय के लिए फैंस तथा दर्शकों से समान रूप से प्रशंसा मिल रही है।


जब परमवीर से पूछा गया कि क्या उन्हें अपने किरदार के लिए वास्तविक जीवन से कोई प्रेरणा मिली, तो उन्होंने साझा किया, "मैंने पंजाब में बहुत सारे पुलिस वाले देखे हैं और जब मैं लकी की तैयारी कर रहा था, तो मुझे एहसास हुआ कि बहुत कम ही पुलिस वाले इस किरदार के समान हैं, जो कि वास्तव में वफादार हैं और भ्रष्ट नहीं हैं। इसलिए, इसे निभाना मेरे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि कुछ अद्भुत पुलिस वाले हैं, जो बेहद कर्तव्यनिष्ठ हैं। मैं उनके इस किरदार में जिंदादिली से उतरना चाहता था और पुलिस का अच्छा पक्ष दिखाना चाहता था। मेरे पिताजी के एक दोस्त हैं, जिनका नाम एसीपी कहलोन है। अपनी तैयारी के लिए मैं उनके साथ दो दिनों के लिए पुलिस स्टेशन गया, यह देखने के लिए कि वे कैसे काम करते हैं, बोलते हैं, खड़े होते हैं और परिस्थितियों पर प्रतिक्रिया करते हैं। इस तरह मैं अपने किरदार लखविंदर सिंह में गहनता से उतरने में सक्षम हो सका।"


 


रियल लाइफ ही नहीं परमवीर को रील लाइफ में भी प्रेरणा मिली। वे कहते हैं, "मैं इंडस्ट्री में जिस पुलिस वाले का अनुसरण करता हूँ, वह अजय देवगन की सिंघम है। वह एकदम सही किरदार है, जो कभी कुछ गलत नहीं होने देता। मुझे उनकी ऊर्जा बहुत पसंद है, जो वे किसी सीन में डालते हैं और जिस तरह से वे अपनी आंखों से खेलते हैं, वह वास्तव में देखने लायक होता है। मैं हमेशा से ऐसा ही किरदार निभाना चाहता था क्योंकि जब भी मैं सिंघम को देखता था तो मेरे रोंगटे खड़े हो जाते थे। इसलिए, जब मुझे अपने किरदार लकी के बारे में पता चला, तो मेरे दिमाग में सबसे पहला ख्याल सिंघम का ही आया।"


 


परमवीर ने खुलासा किया कि वर्दी पहनने से सेट पर उनके भीतर एक स्वत: बदलाव आया। वे कहते हैं, "जब मैं वर्दी में किरदार के लिए तैयार होता था, जिस पर सितारे होते थे, तो वह एक अलग ही स्तर का एहसास देता था। मैं पगड़ी बांधता था और उस पर पंजाब पुलिस का चिन्ह लगा रहता था, यह जैसे मुझे एक ऑटोमैटिक स्विच में ऑन के देता था और मेरे हाव-भाव पूरी तरह बदल जाते थे। मैं आमतौर पर एक आलसी आदमी हूँ, लेकिन वर्दी ने मुझमें एक अनोखी फुर्ती भर दी।"


 


सेट पर और वर्दी में अपने पहले दिन को याद करते हुए परमवीर साझा करते हैं, "पहले दिन जब मैंने वर्दी पहनी थी, मेरी एडी मुझे कार में लेने के लिए मेरी वैन में आई, लेकिन मैंने उससे कहा कि मैं इस किरदार को महसूस करने के लिए चलकर देखना चाहता हूँ। जब मैं चल रहा था, तो अजय सर ने मुझे दूर से देखा और कहा कि मैं एक असली पुलिस वाले की तरह दिखता हूँ। इस प्रकार वे मुझसे बहुत प्रभावित हुए।"


 


अभिनेता ने साझा किया कि वे अपने किरदार में इस कदर उतर गए कि उनके आसपास के लोग भी यह समझ पाने में असमर्थ थे कि वे रियल पुलिस वाले हैं या रील पुलिस वाले। परमवीर मुस्कुराकर कहते हैं, "कई बार ऐसा हुआ कि जब हम पुलिस स्टेशन में शूटिंग करते थे, जो एक वास्तविक पुलिस स्टेशन था, तो वहाँ के लोग मुझे एक वास्तविक पुलिस वाला समझते थे। यहाँ तक कि अभिनेता भी मुझे देखकर अपना रुख बदल लेते थे और फिर अपना पक्ष रखते थे कि उन्होंने अभिनेता होने के नाते मेरे सामने अपना रास्ता इसलिए बदल लिया कि कहीं मैं उनका चालान न बना दूँ। लोगों का मुझे एक वास्तविक पुलिस अधिकारी के रूप में देखना वास्तव में प्रामाणिक था।"