भोपाल, 15 नवंबर 2022: मध्य प्रदेश भारतीय किसान संघ एवं युवा उड़ान फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से 2, 3 व 4 दिसंबर को भोपाल में एग्री एक्सपो इंडिया 2022 का आयोजन होने जा रहा है. कृषि विभाग मध्य प्रदेश, मध्य प्रदेश शासन, एमएसएमई एवं नाबार्ड के सहयोग से शहर के बिट्टन मार्केट ग्राउंड, अरेरा कॉलोनी में लगने वाले इस कृषि मेले में नव कृषि तकनीक, जैविक एवं प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण तथा ज्ञान सम्मेलन के साथ-साथ किसानों व कृषि स्टार्टअप्स के लिए भी नए अवसर खोले जाएंगे.
नवकृषि तकनीक पर आधारित जैविक एवं प्राकृतिक कृषि मेले में प्रतिभागियों के लिए नए अवसरों का जिक्र करते हुए, आयोजक गोविंद जी ने बताया कि, "एग्री एक्सपो इंडिया 2022 में हिस्सा लेने वाले किसानों के लिए किसान सलाहकार बूथ, किसानों/आगंतुकों के लिए निःशुल्क कार्यशाला, विशेषज्ञ पैनल विषय विशेषज्ञ सम्मेलन, एवं भारतीय कृषि की नवीनतम तकनीक की प्रदर्शनी के साथ किसानों के लिए बी2बी और बी2सी बाजार मंच भी उपलब्ध कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि हम एक्सपो के माध्यम से कृषि क्षेत्र में अपना स्टार्टअप करने वाले युवाओं के स्टार्टअप आईडिया को प्रोमोट करने के साथ उनके उत्पादों को बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. इसके आलावा जैविक खेती करने वाले रजिस्टर्ड किसानों का एक समूह, आगंतुकों के साथ डिमांड और सप्लाई के गैप को कम करेगा."
उन्होंने आगे कहा, "इतना ही नहीं, यहां फैमिली फार्मर्स भी मौजूद होंगे, जो आपके लिए जैविक उत्पादों की बिक्री करेंगे. इसके अतिरिक्त ज्ञान सम्मलेन के माध्यम से नई कृषि तकनीकों के जरिये मिट्टी की देखभाल आदि विषयों पर पद्मश्री से सम्मानित कृषि विशेषज्ञों की कीमती राय जानने समझने का अवसर मिलेगा. किसानों, स्टार्टअप वाले युवाओं और आगंतुकों के लिए नाबार्ड, कृषि विभाग आदि सरकारी योजनाओं के लाभ हेतु, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी जारी रहेगी."
एग्री एक्सपो इंडिया में जैविक फूड स्टाल, ऑर्गेनिक प्रोसेस्ड फूड, जैविक कच्ची घानी तेल, गुड, जैविक अनाज, मसाले व दालें, चावल, शहद, चीनी, कॉफी, चाय आदि के साथ हस्तशिल्प, परंपरागत एवं स्वदेशी उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। इस एक्सपो में प्रदेश व देशभर से हजारों किसानों के पहुंचने की उम्मीद है. वर्तमान में जैविक देसी बीज, जड़ी बूटियां एवं आयुर्वेद एक्सपो लोकेशन से अब तक करीब 100 से अधिक गाँव जुड़ चुके हैं. एग्री एक्सपो इंडिया 2022 को एक छत के नीचे सबसे आशाजनक संभावनाओं तक पहुंच प्राप्त करने के लिए एक आदर्श स्थान के रूप में देखा जा सकता है.
इस तीन दिवसीय जैविक कृषि मेले में, कृषकों को विशेषज्ञों द्वारा नवकृषि तकनीकों से अवगत कराना, किसानों को भूमि व मौसमी परिस्थितियों, उन्नत किस्मों, फसलों के चयन, सही बीज दर, उर्वरकों का उपयोग, जल प्रबंधन एवं आधुनिक कृषि यंत्रों के समुचित उपयोग द्वारा कम लागत में अधिक उत्पादन लेने के बारे में बताया जाएगा. इसके आलावा कृषि तकनीकों जैसे टपक सिंचाई, सूक्ष्म बूंद सिंचाई, जल प्रबंधन, पानी का सही मात्रा में उपयोग और पौधों को संतुलित रूप से पोषक तत्वों की पूर्ति कैसे हो इस पर विशेषज्ञों द्वारा कार्यशाला एंव लाइव डेमो का आयोजन भी किया जाएगा. वहीं मृदा उर्वरा शक्ति की जांच करके फसल के लिए मिट्टी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की जानकारी प्राप्त करना तथा मिट्टी की हेल्थ को सुधारना जैसी जानकारियां दी जाएंगी. जबकि नव कृषि तकनीकों का उपयोग करके अधिक खर्च व श्रम को कम करने के साथ, कम लागत में अधिक उत्पादन करके कृषकों की होने वाली आय में वृध्दि करने के लिए प्रयास किये जाएंगे.
इन तीन दिनों के दौरान जैविक बाजार को बढ़ावा देते हुए उत्पादकों एवं ग्राहकों के बीच बाजार संबंध बनाने पर जोर दिया जाएगा। जहां आपूर्तिकर्ता, भागीदार, संभावित नए ग्राहक एक दूसरे से आसानी से मिल सकेंगे. यहां मौजूद बाजार और उत्पाद सभी उत्पाद संगठनों व जैविक क्षेत्र में कार्य करने वाली कंपनियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा. चूँकि यहां निर्माता कंपनी अपने उत्पादों को किसानों और मेले में आने वाले विजिटर्स के सामने प्रस्तुत करेंगे और बाजार का विश्लेषण भी करेंगे।