मुंगेर (बिहार) : आज जहां गानों और फिल्मों में अश्लीलता के मुद्दे पर वाद विवाद हो रहा है। इसी दौरान बिहार के युवाओं ने सामाजिक कुरीति पर आधारित फिल्म बना कर यह साबित कर दिया की अश्लील फूहड़ गानों या कहानी के बिना भी बिहार के युवा गंभीर विषयों पर फिल्म बना सकते हैं।
भारत के बिहार में स्थित अंगप्रदेश भागलपुर मुंगेर के युवाओं ने संयुक्त रूप से एक फिल्म बनाई है।जिसका नाम हैं "मृत्युभोज सामाजिक अभिशाप"।यह एक टेलीफिल्म हैं,जो मां मंजू फिल्म्स यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध हैं।
फिल्म के मुख्य अभिनेता प्रशांत अधिकारी ने बताया कि गरीब जीवन भर जो ठीक से खाना नहीं खा पाये।उनके घर में इस तरह की दावत उड़ेगी तो उनकी आत्मा पर क्या बीतेगी? या फिर अपने मृत्युभोज के लिए अपनी औलादों को कर्ज लेते,खेत बेचते देखेंगे तो कैसी शान्ति अनुभव करेंगे? जो जमीन जीवन में बचाई,उनके मरने पर बिक गयी, तो क्या आत्मा को शांति मिल पाएगी।इसलिए समाजिक बदलाव के लिए युवाओं ने यह फिल्म बनाई हैं।
फिल्म के निर्देशक प्रिंस प्रिय ने बताया कि फिल्म नॉन कमर्शियल है।हमारा उद्देश फिल्म बना कर पैसा कमाना नहीं है।हमारा और हमारी टीम का उद्देश है कि फिल्म के माध्यम से लोगो में जागरूकता आए।इसलिए इसे यूट्यूब चैनल मां मंजू फिल्म्स के माध्यम से लोगो को दिखाया जाएगा।
फिल्म के निर्माता निपुंजय कुमार हैं।फिल्म के लेखक अभिजीत कु. बाबा है और गीत व संगीत से जॉन साहेब ने अपनी आवाज से फिल्म में जान फूकने का काम किया है।
मशहूर अभिनेत्री प्रियंका सिंह ने अपने अभिनय से दर्शकों को भावुक करते नजर आती हैं।
बहन के किरदार में बेहतरीन अभिनय किया है।खुशबू कुमारी और बेटी के किरदार में अभिनेत्री एकता रानी नजर आ रही है।
बातचीत के दौरान अभिनेता प्रशांत अधिकारी ने कहा कि आगे भी हमारी फिल्म समाजिक मुद्दे पर ही रहेंगी और जल्द ही अगले फिल्म की शूटिंग शुरू की जाएगी।दर्शकों से उन्होंने अपील की हैं कि दर्शक सामाजिक फिल्मों को भी अपना प्यार और दुलार दें।जिससे वे और भी फिल्मों का निर्माण कर समाज को एक नई दिशा देने का कार्य करें।