उज्जैन विशेष पुलिस महानिदेशक राजेंद्र कुमार एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मिलिंद कानस्कर द्वारा अपराधों के तत्काल निराकरण के संबंध में दिए गए निर्देशों के पालन में की गई कार्रवाई में। पुलिस अधीक्षक राज्य साइबर पुलिस जोन -उज्जैन जितेंद्र सिंह के अनुसार बसंत विहार निवासी युवक आशीष (परिवर्तित नाम) द्वारा साइबर सेल में शिकायत की गई थी ।कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा इंस्टाग्राम पर फोटो पोस्ट कर फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाई गई है ।
व उसके फोटो अपलोड कर रहा है ,तथा फोटो को एडिट कर कई मींस बनाए हैं ।व परिजनों व रिश्तेदारों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहा है ।जिस पर साइबर पुलिस ने अपराध क्रमांक 236/ 19 धारा 66 सी, 66 डी ,(आईटी एक्ट सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम )में पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था ।
विवेचना के दौरान आए डिजिटल तथ्यों व फेसबुक से प्राप्त जानकारी के आधार पर आदित्य रिंजवेपिता राजेश सिंह रिंजवे निवासी ग्राम सिहाड़ा, पदम चौक, जिला खंडवा (मध्य प्रदेश) से तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि सीनियर छात्र के मजे लेने के लिए इंस्टाग्राम आईडी बनाई थी ,फरियादी उसी के कॉलेज का सीनियर छात्र था, वह छात्र संघ में पदस्थ था ,उसके मजे लेने के लिए इंस्टाग्राम आईडी से उसको फोटो लेकर उन्हें एडिट कर कई मींस बनाकर आईडी पर पोस्ट कर दिए। फर्जी इंस्टाग्राम से फरियादी की काफी हंसी मजाक हुई थी ।आरोपी के द्वारा अपना जुर्म स्वीकार करने पर उसे गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त सिम जप्त की गई, आरोपी की गिरफ्तारी में निरीक्षक नरेंद्र गोमें ,प्रधान आरक्षक हरेंद्र सिंह राठौर ,आरक्षक कमलाकर उपाध्याय ,सुनील पवार ,महावीर सिंह ,कमल बरकड़े की सराहनीय भूमिका रही।
सीनियर छात्र की फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाकर परेशान करना इंजीनियरिंग के जूनियर छात्र को पड़ा महंगा। फोटो एडिट कर बनाए कई मींस ,मजे लेने के लिए बनाई थी आईडी ,रोपी चढ़ा साइबर पुलिस के हत्थे