उज्जैन वर्तमान समय की प्रचलित पश्चात संस्कृति से हटकर विशुद्ध आयुर्वेदिक पद्धति से अपने प्रशंसकों और आयुर्वेद प्रेमियों के बीच अपना साठवां जन्मदिवस सभी प्रकार के ज्वरों एवं शिरो रोग का निशुल्क शिविर लगाकर मनाएंगे।
वैधराज शैलुगूरू छह दशक की अपनी इस जीवन यात्रा को तय करने में जिन लोगों का विशेष योगदान रहा उन सभी का सार्वजनिक अभिनंदन कर उनके प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करने के साथ ही जिन रोगियों के कष्टदायक ,घोर जटिल रोगों का उपचार कर स्वास्थ्य लाभ पहुंचाकर आयुर्वेद अनुरागी एवं अनुयाई बनाने का महत्वपूर्ण कार्य आयुर्वेदा त्थान की दिशा में किया है। ऐसे चुनिंदा लोगों से परिचय करवा कर उनके विचार एवं संस्मरण से अवगत कराया जाएगा ।ताकि *बड़े-बड़े गंभीर रोगों के छोटे-छोटे उपचार अपना कर देखो आयुर्वेद के चमत्कार* *वाली युक्ति के साथ आयुर्वेद का *ले आधार स्वस्थ रहेगा सारा संसार वाली विश्व स्वास्थ्य की कामना सार्थक हो सके।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी वैध जी का जन्म 3 मार्च 1960 को श्री संतोष कुमार जी जोशी के यहां हुआ था ।विद्यार्थी जीवन में आप अनेक विधाओं से जुड़े रहे ।वर्तमान में आयुर्वेदोत्थान केंद्र एवं औषधालय में अपनी सेवा दे रहे हैं ।
शिविर में 3 मार्च को प्रातः 10:00 से 12:00 बजे धन्वंतरि पूजन ,सम्मान समारोह एवं दोपहर 1:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक स्वास्थ्य परीक्षण एवं औषधि वितरण का कार्य किया जाएगा।
वैधराज जोशी के षष्टिपूर्ति के अवसर पर सम्मान समारोह एवं स्वास्थ्य शिविर का भव्य आयोजन 3 मार्च को।