सार-संक्षेप
• एटीएल ने टीबीसीबी के माध्यम से सीईआरसी द्वारा विनियमित आईएसटीएस (राज्यांतरिक पारेषण) अक्षय ऊर्जा निकासी परियोजना हासिल किया
• परियोजना के तहत खावड़ा, गुजरात में 765 केवी 220 सीकेटी किलोमीटर पारेषण लाइनें (ट्रांसमिशन लाइंस) और 765 केवी जीआईएस सबस्टेशन शामिल हैं।
• खावड़ा सबसे बड़े अक्षय ऊर्जा केंद्रों में से एक होगा, जिसकी कुल क्षमता लगभग 30,000 मेगावाट होगी
• एटीएल 35 वर्षों की अवधि के लिए पारेषण परियोजना का निर्माण, स्वामित्व, परिचालन और रखरखाव करेगा
• एटीएल की पारेषण लाइनें 18,500 सीकेटी किमी से अधिक और परिवर्तन क्षमता 38,000 एमवीए से अधिक होगी
अहमदाबाद, 25 दिसम्बर 2021: भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की बिजली पारेषण कंपनी और विविध अदाणी ग्रुप का हिस्सा, अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल), ने खवड़ा-भुज ट्रांसमिशन लिमिटेड के तहत अक्षय ऊर्जा निकासी प्रणाली के अधिग्रहण के लिए आशय पत्र (एलओआई) हासिल किया है।
एटीएल ने टैरिफ-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (टीबीसीबी) प्रक्रिया के जरिये परियोजना हासिल की और परियोजना के लिए एलओआई प्राप्त किया। एटीएल गुजरात में 35 वर्षों की अवधि के लिए पारेषण परियोजना का निर्माण, स्वामित्व, परिचालन और रखरखाव करेगा।
पीएफसी कंसल्टिंग लिमिटेड द्वारा निगमित परियोजना, खवड़ा-भुज ट्रांसमिशन लिमिटेड में मुख्य रूप से निम्नलिखित तत्व शामिल हैं –
• खवड़ा पूलिंग स्टेशन को भुज पूलिंग स्टेशन से जोड़ने वाली लगभग 220 सीकेटी किमी पारेषण लाइनें
• खवड़ा में 4,500 एमवीए, 765 केवीगैसइंसुलेटेडसबस्टेशन
1,200 करोड़ रुपये से अधिक के अनुमानित पूंजीगत व्यय के साथ, एटीएल की परियोजना के निष्पादन से गुजरात के खवड़ा से लगभग 3 गीगावाट अक्षय ऊर्जा की निकासी में मदद मिलेगी। यह परियोजना देश के सबसे बड़े सौर और पवन फार्म में से एक को तैयार करने में सहायक होगी।
अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड के एमडी एवं सीईओ, श्री अनिल सरदाना ने कहा कि “हम गुजरात के खवड़ा में स्थापित किए जा रहे अक्षय ऊर्जा के सबसे बड़े केंद्रों में से एक केंद्र से जुड़ी पहली निकासी प्रणाली से जुड़कर खुश हैं। यह परियोजना क्षेत्र से अक्षय ऊर्जा की निकासी के लिए भारत सरकार द्वारा नियोजित कई पारेषण परियोजनाओं में से लागू होने वाली पहली परियोजना होगी। एटीएल पहले से ही निजी क्षेत्र में बिजली पारेषण बुनियादी ढांचे के निर्माण में अग्रणी है और यह परियोजना गुजरात में हमारी उपस्थिति को अधिक मजबूती प्रदान करेगी।’’
इस परियोजना को हासिल करने के बाद, बाजार में एटीएल की नेतृत्वकारी स्थिति को मजबूती मिली है और यह स्थिति एटीएल को 2022 तक 20,000 सीकेटी किमी ट्रांसमिशन लाइन स्थापित करने के अपने लक्ष्य के करीब ले जाती है। यह परियोजना कंपनी को 2022 तक ‘सभी के लिए बिजली’ प्राप्त करने की भारत सरकार की इच्दा को पूरा करने में अपना योगदान देगी।
अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड के बारे में
अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) भारत के सबसे बड़े व्यापारिक समूहों में से एक, अदाणी ग्रुप की ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रिब्यूशन बिजनेस शाखा है। एटीएलदेश की सबसे बड़ी प्राइवेट ट्रांसमिशन कंपनी है, जिसका संचयी ट्रांसमिशन नेटवर्क ~18,500 सीकेटी किलोमीटर है, जिसमें से ~13,400 सीकेटी किलोमीटर परिचालन अवस्था में है और ~5,100 सीकेटी किलोमीटर (इस परियोजना सहित) निर्माण के विभिन्न चरणों में है। एटीएलमुम्बई में लगभग 3 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवा देने वाले डिस्ट्रिब्यूशन बिजनेस का भी परिचालन करता है। ऊर्जा के मामले में, आने वाले वर्षों में भारत की चौगुनी जरूरत को देखते हुए, एटीएल मजबूत और भरोसेमंद पॉवर ट्रांसमिशन नेटवर्क बनाने के लिए, और रिटेल ग्राहकों की सेवा करने तथा 2022 तक 'सबके लिए बिजली' का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में पूरी सक्रियता के साथ काम करने के लिए तैयार है। अधिक जानकारी के लिए, कृपया वेबसाइटwww.adanitransmission.comदेखें।
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