मुम्बई 16 फरवरी 2022: जीवन बीमा के लिए पैरवी करने वाली भारत की अग्रणी एडवोकेसी संस्था, जीवन बीमा परिषद (लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल) ने फरवरी 2022 में अपने काफी प्रासंगिक अभियान ‘सबसे पहले जीवन बीमा’ अभियान को फिर शुरू किया। यह अभियान 24 भारतीय जीवन बीमा कंपनियों के संयुक्त प्रयासों का प्रतिनिधित्व करता है। ये कंपनियां एक साझा नैरेटिव बनाने की दिशा में काम कर रही हैं, जिसका उद्देश्य देश में जीवन बीमा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
इस अभियान की परिकल्पना डीडीबी मुद्रा ग्रुप ने की है जो जीवन बीमा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना जारी रखेगा और उत्पाद के बारे में मौजूदा भ्रांतियों को दूर करेगा। हालांकि भारत में जीवन बीमा के बारे में अधिक जागरूकता है, लेकिन खास तौर पर लोगों में इस समझ का अभाव है कि इसे क्यों खरीदना चाहिए। इसके अलावा, उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षा, बचत, सेवानिवृत्ति केंद्रित समाधानों से संबंधित विभिन्न सेगमेंट्स पर पहल के दूसरे चरण में ध्यान दिया जाएगा।
उदाहरण के लिए, बहुत से उपभोक्ताओं को उन लाभों के बारे में पता नहीं है जो जीवन बीमा एक गारंटीकृत आय या सेवानिवृत्ति लाभों से निवेश के अवसर के रूप में प्रदान करता है। जीवन बीमा के निवेश संबंधी इस पहलू पर रिटर्न की कथित लंबी उम्र के कारण लोगों का ध्यान नहीं रहता है, लेकिन इस बाधा को तोड़ना महत्वपूर्ण है, ताकि लोग निवेश के बारे में खुलकर बात कर सकें। यह अधिक से अधिक उपभोक्ताओं को इस श्रेणी के अनेक लाभों तथा उनकी विविध सुरक्षा और बचत संबंधी जरूरतों के लिए इसकी प्रासंगिकता के बारे में आश्वस्त करेगा।
यह अभियान 360-डिग्री दृष्टिकोण के जरिये शिक्षित करेगा ताकि उपभोक्ता रोजमर्रा की जिन्दगी में जीवन बीमा के बारे में अधिक चर्चा कर सकें।
जीवन बीमा परिषद के महासचिव श्री एसएन भट्टाचार्य ने कहा कि "हमारा प्राथमिक उद्देश्य जीवन बीमा के बारे में लोगों की धारणा को समझना और बातचीत को सकारात्मक और स्पष्ट रखने का प्रयास करना है। बीमा भले ही देश में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है, लेकिन हम एक अधिक स्वीकार्य परिणाम हासिल करना चाहते हैं जहां सभी उम्र के उपभोक्ता न केवल सुरक्षित भविष्य के लिए जीवन बीमा खरीदें, बल्कि इसे अपने भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा के रूप में भी देखें।”
अभियान के बारे में बताते हुए, राममोहन सुंदरम, कंट्री हेड एवं मैनेजिंग पार्टनर, डीडीबी मुद्रा ग्रुप ने कहा कि "निवेश के अवसरों से भरे बाजार में, भारत की बढ़ती युवा आबादी के पास पर्याप्त डिस्पोजेबल आय है। इस अभियान का उद्देश्य न केवल युवाओं की विचार प्रक्रिया को मान्य करना है, बल्कि कई मीडिया नवाचारों के जरिये इसे सुदृढ़ करना भी है। इस तिमाही में परिषद वर्तमान मीडिया मिक्स को ध्यान में रखते हुए पहुंच और आवृत्ति के मामले में नंबर एक विज्ञापनदाता बन सकती है। हम परिषद के साथ साझेदारी करने के लिए बहुत उत्साहित हैं क्योंकि मल्टी-पिच जीत में एजेंसी का रिकॉर्ड है।”
पूरे देश में मजबूत माहौल बनाने के लिए, अभियान देश भर के 40 शहरों में 25-55 वर्ष की आयु के ग्राहकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए शुरू किया जाएगा। यह टीवी, डिजिटल, प्रिंट, आउटडोर के साथ-साथ कुछ इनोवेटिव प्लेटफॉर्म सहित कई मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखाई देगा।
संपादक के लिए नोट्स:
जीवन बीमा परिषद के बारे में
“बीमा अधिनियम 1938 की धारा 64सी के अंतर्गत गठित, जीवन बीमा परिषद जीवन बीमा उद्योग के विभिन्न हितधारकों को जोड़ता है। यह कई उप-समितियों के जरिये सभी जीवन बीमाकर्ताओं की भागीदारी सहित उद्योग के विकास की दिशा में मिलकर कार्य करता है।
जीवन बीमा परिषद नियामक (आईआरडीएआई) उद्योग की ओर से, भारत सरकार और अन्य सभी वैधानिक निकायों के समक्ष पैरवी करने में अग्रणी भूमिका निभाती है।”