इंदौर से निकला चायवाला बना ग्लोबल फ्रेंचाइज का मालिक, सऊदी से कनाडा तक चल रही चाय फ्रेंचाइजी की बिक्री • देश में चाय फ्रेंचाइजी कल्चर की शुरुआत करने वाला इंदौर का नौजवान चायवाला, शशांक शर्मा • चुनौतियों से उभरकर निकलना किसी सफल बिज़नेस की निशानी- टी फैक्ट्री फाउंडर शशांक शर्मा इंदौर: 23 अप्रैल 2022: सेन्ट्रल इंडिया का पहला चाय-कैफे फ्रेंचाइज ब्रांड, द टी फैक्ट्री, जल्द ही गल्फ देशों समेत कनाडा में भी अपनी नई फ्रेंचाइज की शुरुआत करने जा रहा है. इंदौर से शुरू हुआ द टी फैक्ट्री का कारोबार, देशभर में 161 से अधिक फ्रेंचाइज संचालित करने वाला फूड एवं बेवरेज इंडस्ट्री का एकमात्र चाय कैफे है. 2013 में लोगों को इस नए कांसेप्ट से मिलाने वाले शशांक शर्मा, महज 22 साल की उम्र में, परंपरा के खिलाफ, अपने बिज़नेस आईडिया को लेकर मार्केट में उतरे थे. उस दौर में प्रमोशन का एकमात्र जरिया, सोशल मीडिया बेहद खर्चीला हुआ करता था, चूंकि इंटरनेट की कीमतें आम आदमी के बजट से बाहर हुआ करती थी, मसलन डिजिटल प्रमोशन के जरिये लोगों तक पहुंचने की संभावनाएं आज के मुकाबले न के बराबर हुआ करती थी. शनिवार को G -7, 54, PU-4, प्रिंसेस रेजीडेंसी प्लाजा, विजय नगर, इंदौर में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान शशांक ने कहा कि मेरा लक्ष्य चाय लवर्स को एक ही जगह पर कश्मीरी कावा, ग्रीन टी, मसाला टी, जिंजर टी जैसे विभिन्न क्षेत्रों की चाय का स्वाद देना था और चाय को एक प्रॉफिटेबल बिज़नेस बनाने के लिए यूनिक आइडियाज पर काम करता था. पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए, टी-फैक्ट्री चाय फ्रेंचाइज फाउंडर शशांक शर्मा ने कहा कि, शुरुआत में लोग इसे नॉन फ्रॉफिटेबल आईडिया समझते थे और सोशल मोटिवेशन की भारी कमी झेलती पड़ती थी. शुरुआती दौर की सबसे बड़ी चुनौती आईडिया को लोगों तक पहुंचाने था. सोशल मीडिया पर क्रांति अभी पिछले कुछ सालों में शुरू हुई है, लेकिन तब एक ऐंड्रॉयड फोन भी महंगा था और इंटरनेट की कीमतें भी बड़ा बजट मांगती थी. डिजिटलीकरण पर काम करते हुए हम वर्तमान में देश के आधे से अधिक हिस्से में अपनी फ्रेंचाइजी का संचलन किया जा रह है. लोकल प्रतिस्पर्था के सवाल पर उन्होंने कहा, एक चाय कैफे फ्रेंचाइजी के रूप में हम देश के अपने पहले चाय कैफे कांसेप्ट को लोकल ब्रांड से नेशनल और फिर इंटरनेशनल बनाने में सफल रहे हैं. हम प्रतिस्पर्धा नहीं मार्गदर्शन देने में काम कर रहे हैं. वर्तमान में दुनियाभर में द टी फैक्ट्री की 161 से अधिक चाय फ्रेंचाइजी आउटलेट्स संचालित हो रही हैं, जिनमें देश के अंदर जम्मू, बैंगलोर, हरिद्वार, होशंगाबाद, भरूच, मोहाली, अहमदाबाद, मथुरा, इंदौर और बीकानेर जैसे शहरों में द टी फैक्ट्री फ्रेंचाइजी सफल संचालन जारी है। वहीं पड़ोसी देश नेपाल समेत सऊदी, शारजहां जैसे गल्फ देशों में भी शशांक की चाय का बोल बाला है.

 इंदौर से निकला चायवाला बना ग्लोबल फ्रेंचाइज का मालिक, सऊदी से कनाडा तक चल रही चाय फ्रेंचाइजी की बिक्री



इंदौर: 23 अप्रैल 2022: सेन्ट्रल इंडिया का पहला चाय-कैफे फ्रेंचाइज ब्रांड, द टी फैक्ट्री, जल्द ही गल्फ देशों समेत कनाडा में भी अपनी नई फ्रेंचाइज की शुरुआत करने जा रहा है. इंदौर से शुरू हुआ द टी फैक्ट्री का कारोबार, देशभर में 161 से अधिक फ्रेंचाइज संचालित करने वाला फूड एवं बेवरेज इंडस्ट्री का एकमात्र चाय कैफे है. 2013 में लोगों को इस नए कांसेप्ट से मिलाने वाले शशांक शर्मा, महज 22 साल की उम्र में, परंपरा के खिलाफ, अपने बिज़नेस आईडिया को लेकर मार्केट में उतरे थे. उस दौर में प्रमोशन का एकमात्र जरिया, सोशल मीडिया बेहद खर्चीला हुआ करता था, चूंकि इंटरनेट की कीमतें आम आदमी के बजट से बाहर हुआ करती थी, मसलन डिजिटल प्रमोशन के जरिये लोगों तक पहुंचने की संभावनाएं आज के मुकाबले न के बराबर हुआ करती थी. शनिवार को G -7, 54, PU-4, प्रिंसेस रेजीडेंसी प्लाजा, विजय नगर, इंदौर में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान शशांक ने कहा कि मेरा लक्ष्य चाय लवर्स को एक ही जगह पर कश्मीरी कावा, ग्रीन टी, मसाला टी, जिंजर टी जैसे विभिन्न क्षेत्रों की चाय का स्वाद देना था और चाय को एक प्रॉफिटेबल बिज़नेस बनाने के लिए यूनिक आइडियाज पर काम करता था. 


पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए, टी-फैक्ट्री चाय फ्रेंचाइज फाउंडर शशांक शर्मा ने कहा कि, शुरुआत में लोग इसे नॉन फ्रॉफिटेबल आईडिया समझते थे और सोशल मोटिवेशन की भारी कमी झेलती पड़ती थी. शुरुआती दौर की सबसे बड़ी चुनौती आईडिया को लोगों तक पहुंचाने था. सोशल मीडिया पर क्रांति अभी पिछले कुछ सालों में शुरू हुई है, लेकिन तब एक ऐंड्रॉयड फोन भी महंगा था और इंटरनेट की कीमतें भी बड़ा बजट मांगती थी. डिजिटलीकरण पर काम करते हुए हम वर्तमान में देश के आधे से अधिक हिस्से में अपनी फ्रेंचाइजी का संचलन किया जा रह है.  


लोकल प्रतिस्पर्था के सवाल पर उन्होंने कहा, एक चाय कैफे फ्रेंचाइजी के रूप में हम देश के अपने पहले चाय कैफे कांसेप्ट को लोकल ब्रांड से नेशनल और फिर इंटरनेशनल बनाने में सफल रहे हैं. हम प्रतिस्पर्धा नहीं मार्गदर्शन देने में काम कर रहे हैं.  


वर्तमान में दुनियाभर में द टी फैक्ट्री की 161 से अधिक चाय फ्रेंचाइजी आउटलेट्स संचालित हो रही हैं, जिनमें देश के अंदर जम्मू, बैंगलोर, हरिद्वार, होशंगाबाद, भरूच, मोहाली, अहमदाबाद, मथुरा, इंदौर और बीकानेर जैसे शहरों में द टी फैक्ट्री फ्रेंचाइजी सफल संचालन जारी है। वहीं पड़ोसी देश नेपाल समेत सऊदी, शारजहां जैसे गल्फ देशों में भी शशांक की चाय का बोल बाला है.

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