इंदौर, 10 जून, 2022: इंदौरवासियों के लिए एक अच्छी खबर है, शहर और इसके आसपास के लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए और उन्हें बड़े स्तर पर फायदा पहुँचाने के उद्देश्य से देश के जाने-माने चेस्ट स्पेशलिस्ट, डॉ. अरविंद कुमार, चेयरमैन, इंस्टीट्यूट ऑफ चेस्ट सर्जरी- चेस्ट ओन्को सर्जरी और लंग ट्रांसप्लांटेशन के पद पर निर्धारित, 11 जून, 2022 शनिवार को मेदांता, इंदौर में मौजूद होंगे। अपने क्षेत्र में 40 से अधिक वर्षों का अनुभव रखने वाले विश्व विख्यात डॉ. अरविंद के मार्गदर्शन में 6 अन्य एक्सपर्ट्स की टीम इंदौर स्थित मेदांता सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में सुबह 11:00 से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक एक विशेष ओ.पी.डी. का आयोजन करेगी, जिसके माध्यम से चेस्ट संबंधित समस्याओं से हाल ही में या लम्बे समय से जूझ रहे लोग एक्सपर्ट टीम से परामर्श ले सकते हैं।
डॉ. अरविंद कुमार, चेयरमैन, इंस्टीट्यूट ऑफ चेस्ट सर्जरी ने कहा, "हमारे देश में चेस्ट संबंधित बीमारियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में इसके प्रति जागरूकता का होना बहुत जरुरी हो गया है, क्योंकि सही समय पर परेशानी के सामने आने और समय रहते उसका इलाज शुरू कर देने से बीमारी से निजात पाया जा सकता है, जो सीधे तौर पर भविष्य में होने वाली बड़ी अनहोनी को टालने में मददगार हो सकता है।"
इस ओ. पी. डी. के माध्यम से इंदौर और इसके आसपास के मरीजों को चेस्ट संबंधित समस्याओं से राहत दिलाने के साथ ही विश्व स्तरीय सुविधाएँ प्रदान की जाएँगी, जिनमें ओपन, वैट्स/की-होल और रोबोटिक सर्जरी (कैंसर और नॉन-कैंसर चेस्ट डिसीज़ेस) शामिल हैं। डॉ. (प्रो.) अरविंद कुमार एक थोरैसिक (चेस्ट) सर्जन हैं, जो चेस्ट की सर्जिकल बीमारियों के उपचार में माहिर हैं। डॉ. कुमार को पहली बार भारत में ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स), नई दिल्ली में अधिकांश वैट्स और रोबोटिक चेस्ट सर्जरी करने का श्रेय प्राप्त है, जहाँ उन्होंने लगभग 36 वर्ष की निर्धारित सेवाएँ दीं। उनके पास मायास्थेनिया ग्रेविस और थाइमोमा के लिए रोबोटिक थाइमेक्टोमी में एशिया का सबसे बड़ा अनुभव है। उनके द्वारा मिनिमली इनवेसिव (की-होल या वैट्स) और रोबोटिक विधियों द्वारा 8000 से अधिक सर्जरी सहित 15,000 से अधिक थोरैसिक (चेस्ट) सर्जरी की जा चुकी हैं। इंदौर के लोगों को चेस्ट संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए डॉ. कुमार का शहर में आना किसी उम्मीद की किरण से कम नहीं है।