15 दिसंबर 2022। हिन्दुस्तान जिंक को जलवायु और जल परिवर्तन से कुशल प्रबंधन के लिए वैश्विक पर्यावरण गैर-लाभकारी सीडीपी द्वारा क्लाइमेट चेंज और वॉटर सिक्योरिटी श्रेणी में ‘ए‘- रेटिंग दिया गया। रेटिंग नेट शून्य उत्सर्जन के अपने दृष्टिकोण को प्राप्त करने की दिशा में कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह कंपनी द्वारा किए गए स्थायी प्रयास जल, भूमि, वायु गुणवत्ता, जलवायु और जैव विविधता पर उनके प्रभाव को कम करने और इस हेतु किये गये प्रभावी प्रयासों की मान्यता है
इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा, “हमें जलवायु और जल परिवर्तन को कम करने की दिशा में समर्पित प्रयासों के लिए सीडीपी जलवायु “ए- सूची में शामिल किया गया हैं। यह पारदर्शिता और हमारें द्वारा किये गये प्रयासों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि जलवायु परिवर्तन उन अस्तित्वगत समस्याओं में से एक है जिससे उत्पन्न समस्याओं को हमें सदैव कुशल प्रबंधन से दूर करना है जिसमें पानी की कमी एक बडी समस्या है। संचालन के दौरान, हमने स्थायी भविष्य के निर्माण पर निरंतर ध्यान देने के साथ अपनी दक्षता और उत्पादकता में वृद्धि करते हुए इन मुद्दों को हल करने के लिए लगातार नवाचार किये है।
अपने सतत विकास लक्ष्यों के तहत् हिंदुस्तान जिंक जीरो हार्म, जीरो डिस्चार्ज और जीरो वेस्ट इकोसिस्टम, संसाधनों के संरक्षण, और अपने संचालन में स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्थिरता प्रथाओं में सुधार की खोज में नवाचार को बढ़ावा देता है। जलवायु पर महत्वपूर्ण प्रत्यक्ष प्र्रबंधन के माध्यम से वेदांता समूह की जिंक, लेड और सिल्वर उत्पादक देश की सबसे बड़ी और एकमात्र एकीकृत उत्पादक कंपनी विश्व में कॉर्पोरेट पर्यावरण महत्वाकांक्षा, कार्रवाई और पारदर्शिता में अग्रणी है। कंपनी को 2.41 गुना जल-सकारात्मक कंपनी के रूप में भी प्रमाणित किया गया है।
स्थायी खनन की दिशा में निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप हिंदुस्तान जिंक को सीएपी 2.0, एसएंडपी ग्लोबल प्लैट्स अवार्ड्स, ग्रीनको सर्टिफिकेशन, सीआईआई नेशनल 5एस एक्सीलेंस अवार्ड, भामाशाह अवार्ड और कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। एस एण्डपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट द्वारा कंपनी का विश्व स्तर पर तीसरा और एशिया पेसिफिक क्षेत्र में पहला स्थान है।