भारत के चुनाव आयोग को समर्पित सुभाष घई के गीत, 'मैं भारत हूँ' ने एक और शानदार उपलब्धि हासिल की है; अब सिनेमाघरों के साथ ही साथ भारत के तमाम रेलवे स्टेशन्स पर भी सुना जा सकेगा*




परदेस, कर्मा, राम लखन जैसी फिल्मों से भारतीय सिनेमा का मान बढ़ाने के बाद, सुभाष घई ने अपनी श्रृंखला में एक और शानदार उपलब्धि जोड़ी है। सुभाष घई ने व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल के छात्रों के साथ मिलकर हाल ही में भारत के चुनाव आयोग के लिए 'मैं भारत हूँ' गीत को कम्पोज़ किया है। भारत के मतदाताओं के लिए यह गीत एक विशेष सम्मान है, जो न सिर्फ उन्हें अपने मताधिकार का कुशलतापूर्वक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है, बल्कि यह भी बताता है कि लोकतंत्र के लिए महज़ एक वोट कितना महत्व रखता है। इस गीत को अब तक सिर्फ सिनेमाघरों में ही स्थान मिला हुआ था, लेकिन इसकी बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए यह गीत अब पूरे देश के तमाम रेलवे स्टेशन्स पर सुना जा सकेगा।


भारत के चुनाव आयोग की मूल्यवान टीम को धन्यवाद् देते हुए सुभाष घई ने कहा, "मेरा मानना है कि किसी राष्ट्र विशेष या समाज को कविता या संगीत के माध्यम से दिया जाने वाला सामाजिक संदेश अन्य माध्यमों की तुलना में बेहद कारगर होता है। हर एक भारतीय की भावनाओं से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ने वाला और उसे गर्व महसूस कराने वाला गीत 'मैं भारत हूँ' किसी जादू से कम नहीं है, जो तमाम भारतवासियों को अपने देश के लिए वोट करने हेतु प्रेरित करता है। मुझे खुशी है कि यह गीत विभिन्न प्लेटफॉर्म्स के जरिए हर भारतीय तक पहुँच रहा है। भारत के चुनाव आयोग की मूल्यवान टीम को मेरा विशेष धन्यवाद्।"


यह गीत इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है, जो कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर लगभग 5 लाख व्यूज़ के साथ लगातार देश प्रेमियों का दिल जीत रहा है।

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