झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन का ‘युवा झारखंड’ के समर्थन में मिल कर हस्तक्षेप का आह्वान



मुख्यमंत्री नेकहा कि स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, रोज़गार, खेल और सुरक्षा के क्षेत्र में युवाओं और किशोरों को प्राथमिकता देने के लिए राज्य सरकार सतत प्रयासरत 


दसरा फिलैंथ्रॉपी वीक में बोलते हुए श्री सोरेन ने झारखंड की युवा आबादी की क्षमता निखारने पर दिया जोर; कहा युवाओं के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत 



राष्ट्रीय, 23 मार्च, 2021:‘दसराफिलैंथ्रॉपी वीक’(Dasra Philanthropy Week Forum)के फोरम को संबोधित करते हुएझारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन नेराज्य सरकार के प्रयासों को सामने रखा और कहा कि स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, रोज़गार, खेल और सुरक्षा के क्षेत्र में युवाओं और किशोरों को प्राथमिकता देने के लिए राज्य सरकार सतत प्रयासरत है। झारखंड के युवाओं और किशोरों के लिए 10टू19 दसरा एडॉलसेंट्स कोलैबोरेटिव (10to19 Dasra Adolescents Collaborative) द्वारा किए जा रहे काम व प्रतिबद्धता को मानते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के युवा और किशोर उनकी सरकार की प्राथमिकता के दायरे में हैं और उन्हें केंद्रबिंदु मानते हुए सरकार विशेष कार्ययोजनाएं बना रही है।  


‘दसरा फिलैंथ्रॉपी वीक’– सामाजिक विकास के मुद्दे पर बातचीत का एक ऐसा मंच है, जो इस क्षेत्र से जुड़े अग्रणी लोगों, संस्थाओं, सरकारी अधिकारियों और बदलाव के अन्य वाहकों के बीच देश के विकास से जुड़े मुद्दों पर आपसी संवाद कराता है। 


‘युवा झारखंड’ के अपने विजन को रखते हुए माननीय मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि “झारखंड सिर्फ खनिज संपदाओं के लिए ही नहीं है, बल्कि यहां के युवाओं के अंदर छुपे आत्मबल को और उनकी क्षमताओं को भी आप महसूस कर सकते हैं। हमारी सरकार इस राज्य के युवाओं को, किशोरियों को, गरीबों को, किसानों को ध्यान में रखकर उनके लिए विशेष कार्ययोजनाएं बना रही है और हर योजना के केंद्रबिंदु के रूप में हम इनको देख रहे हैं।… सभी संस्थाओं, कंपनियोंका हमारे इस युवा झारखंड में स्वागत है। आपके पास भी असीम,अनेक ऐसी चीजें है जो आप दे सकते हैं और झारखंड के पास भी अनेकों ऐसी चीजें जो झारखंड आपको दे सकता है। इसलिए एक बेहतर दिशा देने के लिए, आइए, हम सब मिलकर आगे बढ़ें।”


माननीय मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में संवेदनशील समूहों जैसेमहिलाओं, किसानों, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों व कामगारों, दलित और आदिवासी आबादी की जरूरतों को जल्द से जल्द पूरा करने की जरूरत पर बल दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य की प्रगति व्यापक रूप में हो और कोई भी पीछे न छूट जाए।


माननीय मुख्यमंत्री का यह संबोधन ‘दसरा फिलैंथ्रॉपी वीक’ के इस वर्ष के विषय- ए बिलियन थ्राइविंग (A Billion Thriving) यानी सौ करोड़ लोगों की खुशहाली को लगातार रेखांकित करता रहा। ए बिलियन थ्राइविंग (A Billion Thriving)थीम समावेशी भारत के दृष्टिकोण को दर्शाती है और जहां केवल कुछ लोग नहीं,बल्किसौ करोड़ से अधिक भारतीय, गरिमा और समानता के साथ जी सकें और ऐसा तभी मुमकिन हो सकता है जब न्याय, समानता, देश की विविधता जैसे सिद्धांतदेश की हर गतिविधि के केंद्र में हों, चाहे वो सामाजिक-सरकारी प्रयास हों या निजी क्षेत्र के। 


श्री सोरेन ने झारखंड के युवाओं की क्षमताओं को रेखांकित करते हुए कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के युवाओं और नौजवानों को तराशने में लगी है। “मुझे उम्मीद है कि आपके इस तरीके के कार्यक्रम के माध्यम से हमें भी ऊर्जा मिलेगी, हमें भी एक नया आइडिया मिलेगा और हम राज्य को एक बेहतर दिशा देने में भी आपकी इस सोच को अपनाकर आगे बढ़ सकते हैं। आज इस क्षेत्र में रोजगार सृजन के लिए कई इन्वेस्टमेंट की हमें आवश्यकता है और ये आवश्यकताएं हमें कई तरह से लक्ष्य की ओर जा सकती हैं,” माननीय मुख्यमंत्रीश्री सोरेन ने कहा।


[[['शिक्षा का स्तर और गुणवत्ता को बढ़ाना', 'राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाना, 'राज्य में एनीमिया की स्थिति में कमी लाना', और 'राज्य की युवा लड़कियों के पोषण सूचकांक में सुधार करना"जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर माननीय मुख्यमंत्री ने सरकार के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार इन मुद्दों पर लगातार काम कर रही है। इसके अलावाउन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने झारखंड में कुपोषण को दूर करने और एनीमिया में कमीलाने के लिए एक विशेष योजना – समर (स्ट्रैटिजिक एक्शन फॉर एलिविएशन ऑफ मालन्यूट्रिशन एंड एनीमिया रिडक्शन) – लागू करने जा रही है। इसके तहत ‘मिशन मोड’ में मल्टी सेक्टोरल’1,000 दिनों का महाअभियान चलाया जाएगा ताकि महिलाओं, बच्चों, किशोरियों के स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सके, और राज्य से कुपोषण एवं एनीमियाको दूर किया जा सके।  


अपने बयान में, माननीय मुख्यमंत्री ने किशोरों और युवाओं के स्वास्थ्य वसशक्तिकरण से जुड़े अलग-अलग मुद्दों व पहलुओं पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत पर बल दिया, जिनमें बाल विवाह और टीनएज प्रेगनेंसी जैसे गंभीर मुद्दे भी शामिल हैं। इसके अलावा सरकार यह सुनिश्चित करने का भी प्रयास कर रही है कि युवाओं को कौशल प्रशिक्षण, रोजगार के उचित मौके, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, और मानसिक स्वास्थ्य सहित बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें। इसके अलावा, माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में खेल बेहद मज़बूत इकाई हैं, और अधिक से अधिक संख्या में युवा लड़कियों को खेलकूद के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि खेलों के जरिये किशोरियां आगे बढ़ सकें।  


राज्य सरकार द्वारा हाल ही में पेश किए गया बजट भी मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार का युवाओं व कमज़ोर समुदायों के कल्याण व विकास से जुड़ी प्रतिबद्धताओँ को चिन्हित करता है। 3 मार्च को पेश किए गए 2021-22के झारखंड राज्य बजट में निम्न बातों पर विशेष ज़ोर दिया गया है: 

ग्रामीण विकास 

बेहतर शिक्षा मुहैय्या कराना

किशोरियों के स्वास्थ्य व पोषण को प्राथमिकता के दायरे में लाना

जीविकोपार्जन व रोज़गार के अवसर पैदा करना

किशोरियों के बीच स्वाधिकार की भावना पैदा करना


ये प्रयास ‘सशक्त किशोरी, सशक्त झारखंड’(Empowered Adolescents, Empowered Jharkhand) के विजन को बढ़ावा देने और मज़बूत बनाने की दिशा में मददकरेंगे। साथ ही, ये न केवल किशोरियों कोसक्षम और समर्थ बनाने की ओर ले जाएंगे बल्कि प्रदेश के सभी किशोर-किशोरियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे।  


10टू19 दसराएडॉलसेंट कोलैबोरेटिवद्वारा चलाया गया देशव्यापी ‘अब मेरी बारी’ अभियान किशोर-किशोरियों की आवाज़ को मुखर बनाने, निर्णय लेने की प्रक्रिया में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने और महत्वपूर्ण साझेदारियों को आगे ले जाने की दिशा में काम कर रहा है। इस वर्ष यह अभियान, टीनएज प्रेगनेंसी और प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य अधिकारों (SRHR) के बारे में जागरूकता फैलाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का संबोधन, संयुक्त हस्तक्षेप का स्पष्ट आह्वान है, जिसके ज़रिए उन्होंनेकिशोरों के समक्ष मौजूद जटिल चुनौतियों को स्वीकार किया और कहा कि युवाओं के लिए इस दिशा में बेहतरी सुनिश्चितकरने के लिए सामाजिक संस्थाओं, सरकार, समुदायों और निजी क्षेत्र की कंपनियों के सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता होगी। 


माननीय मुख्यमंत्री के संबोधन का पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं - https://www.dasraphilanthropyweek.org/shri-hemant-soren-honble-chief-minister-of-jharkhand.html


युवाओं से जुड़े हमारे कैंपेन और प्रयासों के बारे में जाने के लिए हमसे यहां मिलें- 10to19 Community 

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10to19: दसरा एडॉलसेंट्स कोलैबोरेटिव के बारे में: 

10to19: दसराएडॉलसेंट्स कोलैबोरेटिवझारखंडराज्य और केंद्रीय स्तर पर किशोर-किशोरियोंकी आवाज़ को मुखर बनाने की दिशा में, साल 2017 से साझेदारी में काम कर रहा है।‘अबमेरीबारी’ अभियान के माध्यम से दसरा अपने अन्य साझेदारों के साथ मिलकर, एक हज़ार से अधिक युवाओं के साथ जुड़ा है, ताकि उनकी कहानियां, उनके दृष्टिकोण और अनुभव सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों पर साझा किए जा सकें। इस दिशा में अपने प्रयास जारी रखने के लिए ज़मीनी स्तर पर काम करने वाले कई गैर सरकारी संगठनों और सरकारी संस्थाओं के साथ हम मिलकर काम कर रहे हैं ताकि प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य अधिकारों (SRHR), माहवारी से संबंधित स्वास्थ्य प्रबंधन (MHM), टीनएज प्रेगनेंसी और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाने की दिशा में काम किया जा सके।


दसरा के बारे में:

दसरा भारत में दान व परोपकार (फिलैन्थ्रॉपी) से जुड़े आंदोलन को रणनीतिक रूप से उत्प्रेरित कर रहा है, ताकि भारत के एक अरब से ज्यादा लोगों के जीवन में गरिमा और समानता का संचार किया जा सके। साल 1999 में, दसरा को इस लक्ष्य के साथ स्थापित किया गया था कि वह गैर सरकारी संगठनों को अपने प्रयासों को बेहतर बनाने और अपने प्रभाव को व्यापक स्तर पर लागू करने में सक्षम बनाए, ताकि वह कमज़ोर व असुरक्षित लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकें। सहयोगात्मक कार्रवाई के ज़रिए, फंड दाताओं, सामाजिक उद्यमों और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर, दसरासामाजिक बदलाव की दिशा में अग्रसर है।

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