उमर पचपन पर दिल बचपन रोहिताश्व गौड़ का!




उम्र तो बस एक संख्या है और सदबहार अभिनेता रोहिताश्व गौड़ हर बार इसे साबित करते रहे हैं। एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर है‘ में अक्सर अनिता भाबी के दीवाने के रूप में नजर आने वाले मनमोहन तिवारी ऊर्फ रोहिताश्व गौड़ इस साल 55 साल के हो गये हैं। उनके जन्मदिन के मौके पर ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की टीम ने उन्हें एक खूबसूरत सरप्राइज दिया। उन्होंने तिवारीजी के इस खास दिन को और भी स्पेशल बना दिया। इस मौके पर उन्होंने शूटिंग के पुराने दिनों की यादें ताजा कीं, मजेदार बातचीत का आनंद उठाया और तिवारी जी के लिये बर्थ का गाना भी गाया। रोहिताश्व गौड़ ने कहा, ‘‘खास दिनों का आनंद तो अपने करीबियों के साथ ही आता है और भाबीजी की मेरी टीम मेरे लिये परिवार से कम नहीं है। अपने जन्मदिन पर लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट देखकर और उनकी शुभकामनाओं को पाकर मुझे वाकई में बहुत अच्छा लगा। मैंने शाम का समय अपने एक और परिवार के लिये बचा कर रखा था और इसमें मेरे साथ थे मेरी पत्नी और बेटियां। हमने बहुत मजे किये, घर पर बने केक का लुत्फ उठाया और 80 के दशक के पसंदीदा क्लासिक्स देखे। हम पहले सोच रहे थे कि कहीं बाहर जाकर बर्थडे सेलीब्रेट किया जाये, लेकिन शहर में अभी जो स्थिति बनी हुई है, उसे देखते हुये हमने घर पर ही रहने और बाहर जाने से बचने का फैसला किया।‘‘ जिंदगी के 55 साल पूरे करने पर उन्होंने कहा, ‘‘मेरे दोस्त अक्सर मुझसे पूछते हैं कि मैं इतनी सहजता के साथ मनमोहन तिवारी का किरदार कैसे निभा लेता हूं और इतना जवान कैसे नजर आता हूं। कैसे कर लेते हैं आप? और मेरा यही जवाब होता है कि उमर पचपन की तो क्या हुआ? दिल तो बचपन का है!‘‘


रोहिताश्व गौड़ को मनमोहन तिवारी के रूप में मनोरंजन करते हुए देखिये, एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में, सोमवार से शुक्रवार, रात 10.30 बजे

Popular posts
"मैं अपने किरदार से गहराई से जुड़ा हूं क्योंकि उसी की ही तरह मैं भी कम शब्दों में बहुत कुछ कह देता हूं" ज़ी थिएटर के टेलीप्ले 'तदबीर' में वे एक पूर्व सेना अधिकारी की भूमिका निभा रहे हैं
Image
मिलिए एंडटीवी के 'हप्पू की उलटन पलटन' की नई दबंग दुल्हनिया 'राजेश' उर्फ ​​गीतांजलि मिश्रा से!
Image
कल की सेहत के लिए स्वस्थ होने के लिए उपयुक्त हैं
Image
एण्डटीवी की नई प्रस्तुति ‘अटल‘ अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन की अनकही कहानियों का होगा विवरण्
Image
उद्यमिता के लिए सशक्तिकरण: कैसे तिरोदा की महिलाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था चला रही हैं
Image