सार-संक्षेप
• 17,000 करोड़रुपये से अधिक की परियोजना लागत के साथ, यह भारत की अब तक की सबसे बड़ी एक्सप्रेस वे परियोजना है जो पीपीपी ढांचे के तहत एक निजी कंपनी को प्रदान की गई है
• एईएल उत्तर प्रदेश में एक्सेस-नियंत्रित सिक्स-लेन एक्सप्रेस वे के तीन खंडों का निर्माण करेगा, जिन्हें आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
• खंडII बदायूं से हरदोई 151.700 किमी, खंडIII हरदोई से उन्नाव 155.700 किमी, खंड IV उन्नाव से प्रयागराज 156.947 किमी
• डिजाइन, निर्माण, वित्त, परिचालन एवं हस्तांतरण (डीबीएफओटी) के आधार पर 30वर्ष की रियायत अवधि के साथ पीपीपी ढांचे में कार्यान्वयन
अहमदाबाद, 21दिसम्बर 2021: भारत के सबसे तेजी से बढ़ते एकीकृत इंफ्रास्ट्रक्चर समूह, अदाणी ग्रुप की प्रमुख कंपनी, अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) से डीबीएफओटी (टोल) आधार पर ग्रीनफील्ड गंगा एक्सप्रेस वे के तीन प्रमुख खंडों के कार्यान्वयन के लिए लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) प्राप्त किया है। रियायत की अवधि 30 वर्ष होगी।
उत्तर प्रदेश में मेरठ को प्रयागराज से जोड़नेवाला, गंगा एक्सप्रेस वे, डीबीएफओटी के आधार पर कार्यान्वित होने वाला भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे होगा। अपनी 594 किलोमीटर की लंबाई में से, एईएल, बदायूं से प्रयागराज तक 464 किलोमीटर का निर्माण करेगी, जो एक्सप्रेस वे परियोजना का 80%हिस्सा है। एईएल को मिले एलओए के अनुसार तीन खंडों में नियंत्रित छह-लेन (आठ-लेन तक विस्तार योग्य) एक्सप्रेस वे का निर्माण करेगा जो बदायूं से हरदोई तक 151.700 किमी, हरदोई से उन्नाव तक 155.7 किमी और उन्नाव से प्रयागराज तक 156.947 किमी है।
श्री के. पी. माहेश्वरी, सीईओ, रोड बिजनेसने कहाकि "भारत अपने विकास के लिए आवश्यक सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर का रिकॉर्ड गति से निर्माण कर रहा है और हमें खुशी है कि हम पूरे देश में विश्व स्तरीय सड़क संपर्क के नेटवर्क के निर्माण में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। भारत के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए एलओए, देश के लिए जटिल, विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के प्रबंधन में अदाणी ग्रुप की क्षमता और कर्यान्वयन की तेज गति का सबूत है।"
यूपीडाके इस एलओए के साथ, एईएल का सड़क पोर्टफोलियो में 13 परियोजनाएं शामिल हैं, जो 5,000 लेन किलोमीटर से अधिक और संपत्ति मूल्य 35,000 करोड़ रुपये से अधिक के साथ भारत के नौ राज्यों में - छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, केरल, गुजरात, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और उत्तर प्रदेशफैला हुआ है। पोर्टफोलियो में एचएएम (हाइब्रिड एन्यूइटी मोड), टीओटी (टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर) और बीओटी (बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर) प्रकार की संपत्ति का मिश्रण है।
अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के बारे में
अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) भारत के सबसे तेजी से बढ़ते डायवर्सिफाईड संगठन, अदाणी ग्रुप की प्रमुख कंपनी है। इन वर्षों में, अदाणी एंटरप्राइजेज ने उभरते इंफ्रास्ट्रक्चर व्यवसायों के निर्माण, राष्ट्र निर्माण में योगदान देने और उन्हें अलग-अलग सूचीबद्ध संस्थाओं में डाइवेस्ट करने पर ध्यान केंद्रित किया है। अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड, अदाणी ट्रांसमिशन, अदाणी पावर, अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी टोटल गैस जैसे यूनिकॉर्न का सफलतापूर्वक निर्माण करने के बाद, कंपनी ने रोमांचक व्यवसायों के अपने पोर्टफोलियो के साथ देश को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इसके रणनीतिक व्यापार निवेश की अगली पीढ़ी एयरपोर्ट मैनेजमेंट, सड़कों, डेटा सेंटर्स और वाटर इंफ्रास्ट्रक्चर के आसपास केंद्रित है, जिसमें वैल्यू अनलॉकिंग के लिए महत्वपूर्ण संभावनाएं हैं। इससे हमारे शेयरधारकों को मजबूत रिटर्न मिला है। अदाणी एंटरप्राइजेज में 150 रुपये का निवेशबढ़कर 4,52,000 रुपये हो गया है, जो 1994 में ग्रुप का पहला आईपीओ था।अधिक जानकारी के लिए कृपया www.adanienterprises.com/देखें।