कोविड-19 महामारी से बीमा उद्योग भी अछूता नहीं रहा है और इसके चलते इस उद्योग में भारी बदलाव हुए हैं। इस वैश्विक महामारी के कारण परम्परागत और डिजिटल चैनलों के संयोजन की गति तेज हुई है जिसके फलस्वरूप बीमा वितरण पद्धति में काफी बदलाव आया है। आज बीमा कंपनियाँ विक्रय चैनलों के दीर्घकालीन रूपांतरण पर गंभीरता से विचार कर रही हैं। इसके पीछे उनका लक्ष्य ग्राहकों के अनुभव में सुधार करना और अपने व्यवसाय को भविष्य के लिए तत्पर बनाना है। भारती एक्सा लाइफ जैसी बीमा कंपनियाँ, जिन्होंने पहले ही अपनी डिजिटल कार्यकुशलता विकसित करने में निवेश किया है, आज इस बदलते परिदृश्य में खुद को अनुकूल बनाने की बेहतर स्थिति में हैं।
इस विषय में भारती एक्सा लाइफ इंश्योरेंस के हेड - टाईड एजेंसी और डायरेक्ट डिस्ट्रीब्यूशन, श्री मुरली जालान ने कहा कि, “कोरोना महामारी ने बीमा वितरण मॉडल को हाइब्रिडाइज (मिश्रित) करने की ज़रूरत पर जोर दिया है। डिजिटल चैनलों के लिए बढ़ती पसंद और इसे अपनाने की प्रवृत्ति को देखते हुए यह ज़रूरत और भी सामयिक हो गई है। बीमा कंपनियाँ अपने वितरण ढाँचे पर फिर से गौर कर रही हैं और इस बात का मूल्यांकन कर रही हैं कि वे समय की माँग के अनुसार किस प्रकार अनुकूलन कर सकती हैं। भारती एक्सा लाइफ में हमारा मानना है कि बीमा कंपनियों को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। हमें अधिक प्रभावकारी और दक्ष वितरण पद्धतियों का निर्माण करना चाहिए जो समस्त टचपॉइंट्स में ग्राहकों की यात्रा को बेहतर बना सकें और पहले से अधिक व्यक्तिपरक विक्रय अनुभव प्रदान कर सकें। हम बीमा व्यवसाय के क्षेत्र में महामारी के बाद की इन हलचल मचाने वाले रुझानों का लाभ उठाने के लिए सुदृढ़ स्थिति में है और ग्राहकों के बदलते व्यवहार तथा पैटर्न के जवाब में अपनी पेशकशों को विकसित करना जारी रखेंगे।”
बीमा वितरण में इन रुझानों से ग्राहकों को व्यापक विकल्पों, अधिक पारदर्शिता, एवं लचीले मूल्यन का फायदा मिलेगा। बीमा कंपनियों को तेजी से बदलते इस वातावरण में अनुकूलित होने, प्रासंगिक बने रहने और व्यवसाय के नए अवसर लाने के लिए प्रतिभा, डेटा और प्रौद्योगिकी में निवेश करना जारी रखना चाहिए।