डी. ई. शॉ समूह की कार्यकारी समिति के सदस्य एडी फिशमैन ने कहा, "भारत के हमारे प्रतिभाशाली सहयोगियों ने 25 वर्षों से भी अधिक समय तक फर्म में नव परिवर्तन लाने में मदद की है।" "हैदराबाद में रहने के साथ-साथ हम बेंगलुरु और गुरुग्राम के लोगों से जुड़ कर प्रतिभाशाली सहयोगियों की बढ़ती संख्या को आकर्षित करके प्रसन्न हैं।"
बेंगलुरु और गुरुग्राम के दोनों कार्यालयों की शुरुआत संयुक्त रूप से 300 से अधिक कर्मचारियों से हुई है, जबकि डी. ई. शॉ इंडिया के अधिकांश कर्मचारी हैदराबाद से काम कर रहे हैं। नए कार्यालय पूरे भारत की शीर्ष प्रतिभाओं को अधिक व्यापक रूप से जुड़ने और प्रौद्योगिकी व वित्त क्षेत्रों के उच्च क्षमता वाले पेशेवरों की हमारी मांग पूरी करने में सहयोग देंगे।
डी. ई. शॉ इंडिया के प्रबंध निदेशक तथा संचालन समिति के सदस्य, चरित्र मेहता ने कहा, "हमारा भौगोलिक विस्तार भर्ती के अवसर प्रदान करेगा, हमारे कर्मचारियों के लिए स्थान के चयन के अवसर बढ़ाएगा, और हमारी पहले से प्राप्त प्रतिभाओं की विविधता और निपुणता को मजबूती मिलेगी। " इन नए अध्याय की शुरुआत में हम कई और असाधारण प्रतिभाओं का स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं जो जटिल कारोबारी समस्याओं को हल करने में हमारी मदद कर सकते हैं।
जाने-माने व्यावसायिक पार्कों में स्थित नए कार्यालय अनेक वैश्विक कंपनियों के पड़ोसी हैं। ये फर्म के हैदराबाद स्थित मौजूदा कार्यालयों की तरह ही अत्याधुनिक कार्यक्षेत्र हैं जो फर्म की सहकारी कार्यशैली और लोकाचार को सुविधाजनक बनाते हैं।
डी. ई. शॉ इंडिया के बारे में
डी. ई. शॉ इंडिया, वैश्विक निवेश और प्रौद्योगिकी विकास फर्म डी. ई. शॉ समूह का ही हिस्सा है। 1 मार्च, 2023 तक की स्थिति के अनुसार उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया में इसके कार्यालय हैं और $60 बिलियन से अधिक पूंजीगत निवेश है। 1988 में डी. ई. शॉ समूह की स्थापना के बाद से, हमने नव परिवर्तन, सतर्क जोखिम प्रबंधन के आधार पर सफल निवेश और अपने कर्मचारियों की गुणवत्ता और गंभीरता के लिए प्रतिष्ठा अर्जित की है। विकसित और विकासशील दोनों तरह अर्थव्यवस्थाओं वाली कंपनियों और वित्तीय साधनों की विस्तृत श्रृंखला में निवेश करते हुए दुनिया के पूंजी बाजारों में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज की है।